उपसर्ग की परिभाषा
उपसर्ग वह शब्दांश होता है जो किसी सार्थक शब्द के पहले जुड़कर उस शब्द के मूल अर्थ मै परिबर्तन करके एक नया शब्द का निर्माण करता है। हम उपसर्ग को शब्द निर्माण के अंतर्गत भी पड़ते है।
उपसर्ग शब्द उप + सर्ग के योग से बना है। इसमें ‘उप’ का अर्थ है पास और ‘सर्ग’ का अर्थ है-रचना। यानी ‘उपसर्ग’ शब्द के पास आकर उसके अर्थ को परिवर्तित करके नए शब्द की रचना करता है। उपसर्गों से नए शब्द ही बनाए जा सकते हैं, इनका स्वतंत्र शब्द के रूप में प्रयोग नहीं किया जा सकता है।

उपसर्ग के भेद –
हिंदी में पाँच प्रकार के उपसर्गों का प्रयोग किया जाता है।
- संस्कृत के उपसर्ग।
- उपसर्ग की भाँति प्रयुक्त संस्कृत के अव्यय।
- हिंदी के उपसर्ग।
- उर्दू-फारसी के उपसर्ग।
- अंग्रेजी के उपसर्ग।
उपसर्ग के बारे मे कुछ विशेष बातें-
- प्राय: संस्कृत मैं 22, हिंदी मैं 13, और उर्दू मैं 19 उपसर्ग है।
- प्राय: उपसर्ग विधि दी से बने नए शब्द का अर्थ उपसर्ग के भावार्थ तथा मूल शब्द के अर्थ के आस पास होता है। |
उपसर्ग के प्रक्रिया–
शब्दांश (उपसर्ग) + शब्द = नया शब्द (उपसर्ग विधि से बना शब्द)।
उपसर्ग और शब्द से बना नया शब्द जिसे हम उपसर्ग से बना शब्द बोलते है।
उपसर्ग और उपसर्ग का उदहारण-
आधी– ((उपर, श्रेष्ठ, समीप्य) – आधिपत्य, अधिपति, अधिरज, अध्यात्म, अध्यक्ष।
उदाहरण वाक्य-
- मैंने अपनी अध्यक्ष से बात किया।
- पहले भारत पर अंग्रेजों का आधिपत्य था।
अति– (अधिक) -रतिरिक्त।
उदाहरण वाक्य-
- उसके पास अतिरिक्त पैसा है|
अनु- (पीछे, साथ, सामान) – अनुक्रम, अनुरूप, अनुवाद, अनुसार, अनुकूल,अनुज |
उदाहरण वाक्य-
- मैप के अनुसार चलो |
- अब राम को परिस्थिति के अनुकूल बनाना पड़ेगा।
अभि- (और, सामीप्य, आधिक्य, सामने)- अभिमुख, अभिभावक, अभिशाप, अभिमान,अभ्यागत, अभ्यास|
उदाहरण वाक्य-
- रोज स्कूल जाना अच्छा अभ्यास है।
- राम का अभिमान गलने लगा।
अप- (दूर, हीन, अभाव, बिरुध ) – अपकीर्ति, अपशब्द, अपवाद, अपमान |
उदाहरण वाक्य-
- उसने मुझे अपमान किया ।
- उसने झूठा अपवाद दिया ।
अव- (हीन, अभाव, नीचे) – अवनत, अवगत, अवसान, अवस्था, अवज्ञा, अवशेस, अवमूल्यन |
उदाहरण वाक्य-
लावा पृथ्वी के केंद्र में तरल अवस्था में है।
आ– (तक, ओर, समेत, विपरीत) – आसक्त,आगमन,आकर्षण, आजन्म, आक्रोश, आकांक्षा |
उदाहरण वाक्य-
- वसंत के आगमन के बाद मैं बीमार था।
- कुछ प्रयोगों से चुंबक की आकर्षण शक्ति बढ़ सकती है।
उप- (निकट, छोटा) – उपस्थिति, उपनिवेश, उपयोग, उपदेश, उपहार, उपवेद, उपासना |
उदाहरण वाक्य-
- उनकी उपस्थिति मुझे आश्वस्त करती है।
- मुझे जन्मदिन के उपहार के रूप में एक खिलौना कार मिली।
नि – (नीचे, भीतर, अतिरिक्त) – निपात, नियुक्त, निवास, निरूपण, निम्न, निषेध, निबन्ध, निदेशक |
उदाहरण वाक्य-
- रिया को TCS में नियुक्त किया गया है।
- निम्नलिखित में से कौन सा सही है।
दूर, दूस-, (बुरा, कठिन) – दुर्दशा, दुरवस्था, दुष्कर्म, दुर्लभ, दुर्मुख, दुर्गम, दुर्भाग्य।
उदाहरण वाक्य-
- राम ने उसे उसके दुष्कर्म की सजा दी।
- वह दुर्भाग्य में मारा गया।
उत्, उद- (ऊपर,उन्नति, श्रेष्ठ) – उत्कर्ष, उत्तम, उत्पन्न, उत्थान, उदगार, उन्नति, उदयोग, उदगम |
उदाहरण वाक्य-
- राम के उन्नति देखने लायक था।
- राम बहुत उत्तम बालक हैं।
निस, निर – (भीतर, निचे, बाहर, निषेध) – निर्भय, निर्देष, निरपेक्ष, निरपराध, निर्जल, निस्संदेह, निर्जीब।
उदाहरण वाक्य-
- निर्भय से आगे बढ़े।
- निस्संदेह वह दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं ।
परा – (पीछे, उलटा, अनादर) – परागत, पराभूत, पराजित, परामर्श, पराजय, परिधान।
उदाहरण वाक्य-
- राम सैम को अच्छा परामर्श दिया।
- सुजय खेल मैं राजा को पराजित किया ।
परि – (आसपास, चारों ओर, पूर्ण) – परिमाण, परिधान, परिक्षा, परिपूर्ण, परिणाम, परिधान, परिक्रम।
उदाहरण वाक्य-
- इसका परिमाण बोहुत काम है ।
- वह गिलास पानी से परिपूर्ण है ।
प्र – (अधिक, आगे, ऊपर) – प्रलय, प्रसंग, प्रपात, प्रधान, प्रकार, प्रबल, प्रकाश, प्रचार, प्रदान, प्रयोग।
उदाहरण वाक्य-
- गणित मैं सूत्र के प्रयोग से गणित और भी आसान हो जाता हैं ।
- फिल्म सुलतान का प्रचार कर रहे।
प्रति – (ओर, उल्टा, विरोध, प्रत्येक) – प्रतिफल, प्रतिदिन, प्रतिकार, प्रतिध्वनि, प्रतिकूल।
उदाहरण वाक्य-
- मैं प्रतिदिन सुबह सुबह दौडने जाता हूँ ।
- तुम्हारा मात्र इतना सा प्रतिकार है बस।
वि – (भिन्नता, हीनता, विशेषता) – विभिन्न, विभाग, विनाश, विभाजित, विकास, विश्राम, विभेद।
उदाहरण वाक्य-
- हम विभिन्न जगा घूमने गए थे।
- भारत आर्थिक विकास मैं बोहुत तरक्की कर हरा है ।
सम, सन – (सुन्दर, सहज, पूर्ण) – संस्कार, संन्यास, संपर्क, संगम, सम्मुख, संभोग, सम्मेलन, संग्रह, संरक्षण।
उदाहरण वाक्य-
- राम को उसके पापा से ये संस्कार मिला ।
- हमारे संग्रह को बहुत तरह से हानि हो सकती है .।
सु – (सहज, सुन्दर, अच्छा) – सुगम, सुपुन्न, सुदूर, सुभाषित, सुफल, स्वागत।
उदाहरण वाक्य-
- उसकी मेहनत का उसे सुफल प्राप्त हुआ।
- श्री राम के स्वागत में अयोध्यावासियों ने घी के दीए जलाए ।
अ, अन – (रोकना, निषेध, अभाव) – अभाव, अनोखा, अचेत, अनमोल, अलग, अभाह, अनपढ़, अनबन।
उदाहरण वाक्य–
- मुंबई मैं पानी का अभाव चल रहा हैं।
- अनेक लोग आया था।
अध – (अपूर्ण, आधा) – अधपका, अधजला, अधकहा।
उदाहरण वाक्य–
- अधपका आम खाने को अच्छा लगता हैं।
ऊन – (एक कम) – उनतीस, उनचास, उन्नीस।
उदाहरण वाक्य–
- मेरा बायस उन्नीस है।
- राम का रोल नंबर उनचास हैं।
दू – (हीन, बुरा) – दुबला, दुराव, दुकाल।
उदाहरण वाक्य-
- वह बोहोत दुबला पतला है।
नि – (निषेध, अभाव, विशेष) – निधड़क, निकम्मा, निखरा, निडर।
उदाहरण वाक्य-
- वह एक निकम्मा है।
बिन – (निषेध, अभाव) – बिन बुलाया, बिन जाने, बिन देखे, बिन खाया, बिन सोए।
उदाहरण वाक्य-
- बिन बुलाया मेहमान।
- बिन खाए इनसान ज्यादा दिन नहीं रह पाता हैं।
कु – (बुरा, हीन) – कुकर्म, कुरूप, कुपन्न।
उदाहरण वाक्य-
- यहा कुकर्म मत करना।
सु – (श्रेष्ठ) – सुशील, सुघड़, सुयोग, सुलोचन, सुपूत, सरस, सुपन्न।
उदाहरण वाक्य-
- मैने आज एक सुशील कन्या देखा।
- सुजोग बार बार नही मिलता।
अल – (निश्चित) – अल्गरज, अल्बत्ता, अल्विदा, अल्मस्त।
ऐन – (ठीक, पूरा) – ऐन जवानी, ऐनवक्त, ऐन हिकमत।
कम – (थोड़ा, हीन) कमउम, कमख्याल, कम कीमती, कम जोर, कम समझ, कमसिन।
उदाहरण वाक्य-
- राजेश बोहोत कमजोर हैं।
खुश – (अच्छा, शुभ) – खुशहाल, खुशखबरी, खुशदिल, खुशबू, खुशकिस्मत, खुशमिजाज।
उदाहरण वाक्य-
- राम बहुत खुशहाल जिंदगी जी रहा हैं।
- मैं बोहोत जल्द खुशखबरी दूंगा।
गैर – (भिन्न, विरुद्ध) – गैर हाजिर, गैर सरकारी, गैर मुमकिन, गैर कानूनी, गैर वाजिब, गैर मिजाज।
उदाहरण वाक्य-
- उदाहरण वाक्य।
- यह गाड़ी गैर कानूनी है.।
दरं – (में) – दरमियान, दरकार, दरबार, दरवेश, दरखास्त, दरअसल।
उदाहरण वाक्य-
- तेरे मेरे दरमियान कोई नहीं जायेगा।
- इस दरबार में सरे वस्तु का मोल है।
फिल् (में) – फिलहाल, फीसदी।
उदाहरण वाक्य-
- फिलहाल मैं नहीं जा रहा हूँ।
ना – (अभाव) -नाराज, नापाक, नादान, नालायक, नाबालिग, नासमझ, नापसन्द, नाजायज, नामुमकिन।
उदाहरण वाक्य-
- वह मुझसे नाराज हैं
- मीना बहुत नादान हैं
- कुछभी नामुमकिन नहीं हैं।
ब – (अनुसार, में से और) – बनाम।
उदाहरण वाक्य-
- भारत बनाम पाकिस्तान।
बद- (बुरा, अशुभ) – बदबू, बदमाश, बदनाम, बहुआ, बदहजमी, बदकिस्मत, बदकार।
उदाहरण वाक्य-
- यहाँ बोहोत बदबू है।
- राजा बोहोत बदमाश हैं।
बर- (ऊपर, पर) – बरदाश्त, बरखाश्त, बराबर।
उदाहरण वाक्य –
- सुमन को काम से बरखाश्त कर दिआ।
- मैंने तुझे बोहोत बरदाश्त किया।
- बराबर का खेल था।
बां- (साथ, अनुसार) – बाकायदा, बाइज्जत, बाअदब।
उदाहरण वाक्य-
- राज ने राम की बाकायदा खतौनी कराई थी।
- राम ने सब को बाइज्जत भेज दिया।
बिल– (अरबी) – (सांथ, से, में) – बिलकुल, बिलमुक्ता।
उदाहरण वाक्य-
- मई वहा बिलकुल जाऊंगा।
बिला (अरबी) – (बिना) – बिलावजह, बिलाकसूर, बिलादिमाग।
उदाहरण वाक्य-
- बिलावजह तुम परेशान मात हो।
बे- (बिना) – बेईमान, बेदर्द, बेचारा, बेरहम, बेशक, बेइज्जत, बेचैन।
उदाहरण वाक्य-
- रमेश एक बेईमान है ।
- बेशक तुम जा सकते हो ।
ला (अरबी) – (बिना, निषेध, अभाव) – लापता, लाचार, लाइलाज, लापरवाह, लाजवाब।
उदाहरण वाक्य-
- मैं बहोत लाचार हूँ ।
- राम कल साम से लापता है ।
- अमित बहोत लाचार हैं।
सर – (मुख्य, श्रेष्ठ) – सरदार, सरगना, सरहद, सरताज।
उदाहरण वाक्य-
- एक सरदार ने मुझे खाना खिलाया ।
- मेरे सरताज आप मेरे पास आ जाओ।
हम – (बराबर, साथ) – हमदर्द, हमसफर, हमदम, हमराज।
उदाहरण वाक्य-
- दुख का हमराज नहीं बनाया है।
- जब कोई बाप बेटे का हमराज बनता है।
हर- (प्रत्येक)– हर दिन, हर हाल, हर बार, हर साल।
उदाहरण वाक्य-
- वह हर साल दिवाली मै आता है ।
- वह हर हाल मैं जीतेगा।
Important-
- उपसर्ग वे शब्दांश हैं, जो शब्द के प्रारंभ में लगकर उसके अर्थ को परिवर्तित करके नए शब्द बनाते हैं।
- उपसगों से केवल शब्द-रचना की जाती है, इनका स्वतंत्र रूप से प्रयोग नहीं होता।
- हिंदी में पाँच प्रकार के उपसर्ग प्रयोग होते हैं-संस्कृत के उपसर्ग, संस्कृत के अव्यय, हिंदी के उपसर्ग।